वयं प्रारम्भे चरणे ग्रहाणां नामानि पठितवन्तः अधुना राशयः के इति ज्ञास्यामः
राशिः - नव चरणैः मिलित्वा भवति ( नक्षत्राणां चरणानि)
नक्षत्राणि २७ भवन्ति॥ प्रत्येकस्मिन् नक्षत्रे ४ चरणानि भवन्ति ॥
अश्विनी- चू चे चो ला
भरणी - ली लू ले लो
कृत्तिका - अ इ उ ए
रोहिणी - ओ व वी वू
मृगशिरा- वे वो का की
आर्द्रा - कु घ ङ् छ
पुनर्वसु - के को हा ही
पुष्य- हू हे हो डा
अश्लेषा - डी डू डे डो
मघा - मा मी मू मे
पूर्वा-फ़ल्गुनी मो टा टी टू
उत्तरा-फाल्गुनी - टे टो पा पी
हस्त - पू ष ण ठ
चित्रा - पे पो रा री
स्वाती - रू रे रो ता
विशाखा - ती तू ते तो
अनुराधा - ना नी नू ने
ज्येष्ठा - नो या यी यू
मूल - ये यो भा भी
पू०षा० - भू ध फ ढ
उ०षा० - भे भो जा जी
श्रवण - खी खू खे खो
धनिष्ठा - गा गी गू गे
शतभिषा- गो सा सी सू
पूर्वा-भाद्रपद - से सो दा दी
उत्तरा-भाद्रपद - दू थ झ ञ
रेवती - दे दो च ची
राशयः -
१ मेषः, २ वृषः ३ मिथुनः ४ कर्कः, ५ सिंहः ,६ कन्या,
७ तुला, ८ वृश्चिक , ९ धनु, १० मकर, ११ कुम्भ,१२ मीन
4 टिप्पणियाँ
( इस अंश में राशियों के बारे में बताया गया है | राशि अर्थात समूह इसका निर्माण नव चरणों से मिल कर होता है | ये नव चरण नक्षत्रों के होते हैं | नक्षत्र २७ होते हैं [अभिजित को अलग से नहीं गिनते हैं ] इन नक्षत्रों के चार चरण होते हैं जिनकी जानकारी
जवाब देंहटाएंउक्त अंश में दी गयी है )
इति ज्योतिषाचार्य महोदयेन उक्त: ।।
भवतां हार्द: धन्यवाद: अस्मान् एतावत् महद्भूतं ज्ञानं दातुम् ।।
जवाब देंहटाएंएवं विधा तु मम राशि: मिथुन इति आगच्छति, यतोहि मम राशिनाम घनश्याम: इति अस्ति ।
मया सत्यं उक्तम् उत न महोदय ।।
यह तभी सही हो सकता है जब जातक का नामकरण जन्म नक्षत्र के आधार पर किया गया हो.
जवाब देंहटाएंativ sundar mahoday
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