संगणकचित्रकोश: प्रस्तुतकर्ता बेनामी को अप्रैल 07, 2011 लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप संचालक: कटुवसनम् वातायनम् मृदुवसनम् सान्द्रमुद्रिका हस्तम्रोट: अबाधविद्युतदाता अन्तरसंचालक: मूषक: पिंजपटलम् मृदुवसनम् टिप्पणियाँ www.navincchaturvedi.blogspot.com30 जुलाई 2011 को 6:38 pm बजेचित्र सह अद्भुत विवेचनं! अभिनंदनम्|किम न भवान आंग्ल शब्दमपि ददिष्यते?जवाब देंहटाएंउत्तरजवाब देंSANSKRITJAGAT31 जुलाई 2011 को 1:37 pm बजेजैसाकि मैने पहले ही बताया था, सह के योग में तृतीया होती हैचित्रेण सह अभ्दुतं विवेचनम् ।अभिनन्दनम् ।किमर्थं न भवान् आंग्लशब्दमपि ददाति ।ददाति - देता है, देते हैंकिम् - क्याकिमर्थं - किस लियेजवाब देंहटाएंउत्तरजवाब देंटिप्पणी जोड़ेंज़्यादा लोड करें... एक टिप्पणी भेजें
चित्र सह अद्भुत विवेचनं! अभिनंदनम्|
जवाब देंहटाएंकिम न भवान आंग्ल शब्दमपि ददिष्यते?
जैसाकि मैने पहले ही बताया था, सह के योग में तृतीया होती है
जवाब देंहटाएंचित्रेण सह अभ्दुतं विवेचनम् ।
अभिनन्दनम् ।
किमर्थं न भवान् आंग्लशब्दमपि ददाति ।
ददाति - देता है, देते हैं
किम् - क्या
किमर्थं - किस लिये