पुरुषार्थचतुष्टय ।। प्रस्तुतकर्ता SANSKRITJAGAT को फ़रवरी 07, 2014 लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप १– धर्म २– अर्थ ३– काम ४– मोक्ष च एते पुरुषार्थचतुष्टय इति उच्यन्ते ।। टिप्पणियाँ
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