अपवारितम् ।। प्रस्तुतकर्ता SANSKRITJAGAT को जनवरी 18, 2015 लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप रहस्यं कथ्यते*न्यस्य परावृत्या*पवारितम् ।। ।।दशरूपकम्।। या वार्ता केभ्य: पात्रेभ्य:, पात्रविशेषात् व अपवार्य (छिपाकर, हटाकर) अन्यपात्राणां सम्मुखं उच्यते चेत् सम्भाषणस्य इयं प्रक्रिया 'अपवारितम्' इति कथ्यते । इति टिप्पणियाँ Unknown22 जनवरी 2015 को 10:38 am बजेNice postThanks for sharingFree ebook Publisherजवाब देंहटाएंउत्तरजवाब देंटिप्पणी जोड़ेंज़्यादा लोड करें... एक टिप्पणी भेजें
Nice post
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