प्रिय भारतीय नागरिक जी आपकी संस्कृरत विषयक श्रद्धा के लिये आपका बहुत आभार । मै अभी कुछ दिनों के लिये संस्कृरत के ही कार्य से बाहर जा रहा हूं । हमलोगों का लखनउ में ही एक शिविर आयोजित है जिसमें लगभग 500 लोगों को संस्कृत सिखायी जायेगी । वहां की सारी व्यवस्थां हम लोगों के ही हाथ है।
वहां से लौटते ही मैं संस्कृीत का बेसिक अपने ब्ला ग पर हिन्दीो ओर संस्कृकत में प्रकाशित करूंगा । जिससे आप जैसे संस्कृ तानुरागी बन्धु संस्कृ0त सीख सके व संस्कृसत में ब्लापग लेखन प्रारम्भඤ कर सकें । तबतक के लिये क्षमा प्रार्थी हूं ।
पहले आप हमें संस्कृत सिखाइये तो..
जवाब देंहटाएंप्रिय भारतीय नागरिक जी
जवाब देंहटाएंआपकी संस्कृरत विषयक श्रद्धा के लिये आपका बहुत आभार ।
मै अभी कुछ दिनों के लिये संस्कृरत के ही कार्य से बाहर जा रहा हूं । हमलोगों का लखनउ में ही एक शिविर आयोजित है जिसमें लगभग 500 लोगों को संस्कृत सिखायी जायेगी । वहां की सारी व्यवस्थां हम लोगों के ही हाथ है।
वहां से लौटते ही मैं संस्कृीत का बेसिक अपने ब्ला ग पर हिन्दीो ओर संस्कृकत में प्रकाशित करूंगा । जिससे आप जैसे संस्कृ तानुरागी बन्धु संस्कृ0त सीख सके व संस्कृसत में ब्लापग लेखन प्रारम्भඤ कर सकें ।
तबतक के लिये क्षमा प्रार्थी हूं ।