अत्युत्तमं चिन्तनं महोदयएतेषु कालेषु प्रायस: जनानां धैर्यं गच्छति एव
..@ धन की कमी के समय, विपरीत स्थितियों में और मृत्यु के मुख यानी बीमारी के समय ..... धैर्य नहीं त्यागना चाहिए. झगड़े के समय और मुसीबत के समय मनोबल [साहस] नहीं त्यागना चाहिए. _______________एक प्रेरणास्पद सूक्ति. ..
सुन्दर व उपयोगी सूक्ति, धन्यवाद!
3 टिप्पणियाँ
अत्युत्तमं चिन्तनं महोदय
जवाब देंहटाएंएतेषु कालेषु प्रायस: जनानां धैर्यं गच्छति एव
..
जवाब देंहटाएं@ धन की कमी के समय, विपरीत स्थितियों में और मृत्यु के मुख यानी बीमारी के समय ..... धैर्य नहीं त्यागना चाहिए.
झगड़े के समय और मुसीबत के समय मनोबल [साहस] नहीं त्यागना चाहिए.
_______________
एक प्रेरणास्पद सूक्ति.
..
सुन्दर व उपयोगी सूक्ति, धन्यवाद!
जवाब देंहटाएं