अद्यतनीयां संस्कृतप्रशिक्षणकक्ष्यायां वयं वर्तमानकालस्य पूर्ण-कार्यै: सह गम्यमानानां कार्याणां विषये अनुवादं पठाम: । एतेषां वाक्यानां निर्माणं यथा पूर्वमेव निर्दिष्टम् आसीत् आंग्लपरम्परया एव क्रियते । सारल्यदृष्ट्या अत्र सा विधि: एव दीयते । पठन्तु लाभं स्वीकुर्वन्तु च ।।
पुलिंग-एकवचनम् | ||||
साधारणवाक्यम् | नकारात्मकवाक्यम् | प्रश्नवाचकवाक्यम् | नकारात्मकप्रश्नवाचकवाक्यानि | |
स: प्रात:कालात् एव पठन् अस्ति | स: प्रात:कालात् एव पठन् नास्ति | किं स: प्रात:कालात् एव पठन् अस्ति ? | किं स: प्रात:कालात् एव पठन् नास्ति ? | |
वह सुबह से पढ रहा है | वह सुबह से पढ नहीं रहा है | क्या वह सुबह से पढ रहा है ? | क्या वह सुबह से पढ नहीं रहा है ? | |
भवान् प्रात:कालात् एव पठन् अस्ति | भवान् प्रात:कालात् एव पठन् नास्ति | किं भवान् प्रात:कालात् एव पठन् अस्ति ? | किं भवान् प्रात:कालात् एव पठन् नास्ति ? | |
आप सुबह से पढ रहे हैं | आप सुबह से पढ नहीं रहे हैं | क्या आप सुबह से पढ रहे हैं ? | क्या आप सुबह से पढ नहीं रहे हैं ? | |
अहं प्रात:कालात् एव पठन् अस्मि | अहं प्रात:कालात् एव पठन् नास्मि | किम् अहं प्रात:कालात् एव पठन् अस्मि ? | किम् अहं प्रात:कालात् एव पठन् नास्मि ? | |
मैं सुबह से पढ रहा हूँ | मैं सुबह से पढ नहीं रहा हूँ | क्या मैं सुबह से पढ रहा हूँ ? | क्या मैं सुबह से पढ नहीं रहा हूँ ? | |
पुलिंग-बहुवचनम् | ||||
साधारणवाक्यम् | नकारात्मकवाक्यम् | प्रश्नवाचकवाक्यम् | नकारात्मकप्रश्नवाचकवाक्यानि | |
ते प्रात:कालात् एव पठन्त: सन्ति | ते प्रात:कालात् एव पठन्त: न सन्ति | किं ते प्रात:कालात् एव पठन्त: सन्ति ? | किं ते प्रात:कालात् एव पठन्त: न सन्ति ? | |
वे प्रात: काल से पढ रहे हैं | वे प्रात: काल से पढ नहीं रहे हैं | क्या वे प्रात: काल से पढ रहे हैं ? | क्या वे प्रात: काल से नहीं पढ रहे हैं ? | |
भवन्त: प्रात:कालात् एव पठन्त: सन्ति | भवन्त: प्रात:कालात् एव पठन्त: न सन्ति | किं भवन्त: प्रात:कालात् एव पठन्त: सन्ति ? | किं भवन्त: प्रात:कालात् एव पठन्त: न सन्ति ? | |
आपलोग प्रात: काल से पढ रहे हैं | आपलोग प्रात: काल से पढ नहीं रहे हैं | क्या आपलोग प्रात: काल से पढ रहे हैं ? | क्या आपलोग प्रात: काल से नहीं पढ रहे हैं ? | |
वयं प्रात:कालात् एव पठन्त: स्म: | वयं प्रात:कालात् एव पठन्त: न स्म: | किं वयं प्रात:कालात् एव पठन्त: स्म: ? | किं वयं प्रात:कालात् एव पठन्त: न स्म: ? | |
हम प्रात: काल से पढ रहे हैं | हम प्रात: काल से पढ नहीं रहे हैं | क्या हम प्रात: काल से पढ रहे हैं ? | क्या हम प्रात: काल से पढ नहीं रहे हैं ? | |
स्त्रीलिंग-एकवचनम् | ||||
साधारणवाक्यम् | नकारात्मकवाक्यम् | प्रश्नवाचकवाक्यम् | नकारात्मकप्रश्नवाचकवाक्यानि | |
सा प्रात:कालात् एव पठन्ती अस्ति | सा प्रात:कालात् एव पठन्ती नास्ति | किं सा प्रात:कालात् एव पठन्ती अस्ति ? | किं सा प्रात:कालात् एव पठन्ती नास्ति ? | |
वह सुबह से पढ रही है | वह सुबह से पढ नहीं रही है | क्या वह सुबह से पढ रही है ? | क्या वह सुबह से पढ नहीं रही है ? | |
भवती प्रात:कालात् एव पठन्ती अस्ति | भवती प्रात:कालात् एव पठन्ती नास्ति | किं भवती प्रात:कालात् एव पठन्ती अस्ति ? | किं भवती प्रात:कालात् एव पठन्ती नास्ति ? | |
आप सुबह से पढ रही हैं | आप सुबह से पढ नही रही हैं | क्या आप सुबह से पढ रही हैं ? | क्या आप सुबह से पढ नहीं रही हैं ? | |
अहं प्रात:कालात् एव पठन्ती अस्मि | अहं प्रात:कालात् एव पठन्ती नास्मि | किम् अहं प्रात:कालात् एव पठन्ती अस्मि ? | किम् अहं प्रात:कालात् एव पठन्ती नास्मि ? | |
मैं सुबह से पढ रही हूँ | मैं सुबह से पढ नहीं रही हूँ | क्या मैं सुबह से पढ रही हूँ ? | क्या मैं सुबह से पढ नहीं रही हूँ ? | |
स्त्रीलिंग-बहुवचनम् | ||||
साधारणवाक्यम् | नकारात्मकवाक्यम् | प्रश्नवाचकवाक्यम् | नकारात्मकप्रश्नवाचकवाक्यानि | |
ता: प्रात:कालात् एव पठन्त्य: सन्ति | ता: प्रात:कालात् एव पठन्त्य: न सन्ति | किं ता: प्रात:कालात् एव पठन्त्य: सन्ति ? | किं ता: प्रात:कालात् एव पठन्त्य: न सन्ति ? | |
वे सुबह से पढ रही है | वे सुबह से पढ नहीं रही है | क्या वे सुबह से पढ रही है ? | क्या वे सुबह से पढ नहीं रही है ? | |
भवत्य: प्रात:कालात् एव पठन्त्य: सन्ति | भवत्य: प्रात:कालात् एव पठन्त्य: न सन्ति | किं भवत्य: प्रात:कालात् एव पठन्त्य: सन्ति ? | किं भवत्य: प्रात:कालात् एव पठन्त्य: न सन्ति ? | |
आपलोग सुबह से पढ रही है | आपलोग सुबह से पढ नहीं रही है | क्या आपलोग सुबह से पढ रही है ? | क्या आपलोग सुबह से पढ नहीं रही है ? | |
वयं प्रात:कालात् एव पठन्त्य: स्म: | वयं प्रात:कालात् एव पठन्त्य: न स्म: | किं वयं प्रात:कालात् एव पठन्त्य: स्म: ? | किं वयं प्रात:कालात् एव पठन्त्य: न स्म: ? | |
हम सुबह से पढ रही हैं | हम सुबह से पढ नहीं रही हैं | क्या हम सुबह से पढ रही हैं ? | क्या हम सुबह से पढ नहीं रही हैं ? | |
एतानि सन्ति कानिचन् वाक्यानि पूर्णवाक्यै: सह गम्यमानानां वाक्यानां प्रति । अद्य एतावत् एव अलम् ।। अग्रिमां कक्ष्यायां भूतकालस्य वाक्यानां विषये पठिष्याम: । तावत् नमो नम: ।।
सर्वे भवन्तु सुखिन: , सर्वे सन्तु निरामया:
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु , मा कश्चित् दु:खभागभवेत् ।।
संस्कृतजगत्
संस्कृतजगत्
2 टिप्पणियाँ
अहं क्रम पूर्वक एव पठनास्मि
जवाब देंहटाएंयह वाक्य आपका बहुत ही सुन्दर तथा न्यूनतम गलतियों वाला है
जवाब देंहटाएंअहं क्रम-पूर्वकम् एव पठन् अस्मि