चक्रवर्तिसम्राटलक्षणम् । प्रस्तुतकर्ता SANSKRITJAGAT को फ़रवरी 18, 2014 लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप अतिरिक्त: करो यस्य ग्रथितांगुलिको मृदु: । चापांकुशांकित: सोSपि चक्रवर्ती भवेद्ध्रुवम् ।। सामुद्रिकशास्त्रम् चक्रासिपरशुतोमरशक्तिधनुः कुन्तसन्निभाः रेखाः ।। वृहत्संहिता इति टिप्पणियाँ
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