अष्ट विकृतय: ।। प्रस्तुतकर्ता SANSKRITJAGAT को अप्रैल 24, 2014 लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप जटा, माला, शिखा, रेखा, ध्वजो, दण्डो, रथो, घन: । अष्टौ विकृतय: प्रोक्ता: क्रमपूर्वा मनीषिभि: ।। विकृतवल्ली जटा माला शिखा रेखा ध्वज: दण्ड: रथ: घन: एते अष्टवेदपाठविकृतय: सन्ति क्रमसंहिताया: आधारेण । इति टिप्पणियाँ Unknown3 मई 2017 को 12:11 am बजेInki paribhasha batae जवाब देंहटाएंउत्तरजवाब देंUnknown3 मई 2017 को 12:12 am बजेInki paribhasha batae जवाब देंहटाएंउत्तरजवाब देंटिप्पणी जोड़ेंज़्यादा लोड करें... एक टिप्पणी भेजें
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