येनाड्.ग विकार: - - तृतीया विभक्ति: ।। प्रस्तुतकर्ता SANSKRITJAGAT को जून 26, 2015 लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप येनाड्.ग विकार: यस्मिन् अंगे विकार: सन् व्यक्ति: विकारयुक्त: दृष्यते तस्मिन् विकृतांगे तृतीया विभक्ति: भवति । उदाहरणम् - पादेन खंज: । पैरों से लंगड़ा शिरसा खल्वाट: । शिर से टकला । अक्ष्णा काण: । आखों से काना । इति टिप्पणियाँ
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें