अन्तर्धि (छिपना, ओट में होना) अर्थे यस्मात् आत्मानं निमीलनमिच्छति तस्मिन् अपादानकारकं तदनुसारं पंचमी विभक्ति: भवति ।
हिन्दी - अन्तर्धि अर्थ में जिससे छिपने की इच्छा करता है उसमें अपादानकारक तदनुसार पंचमी विभक्ति होती है ।
उदाहरणम् -
मातुर्निलीयते कृष्ण: ।
कृष्ण माता से छिपता है ।
इति
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