वन्दे मातरम् ।।


वन्दे मातरम् 
सुजलां सुफलां मलयजशीतलाम् 
शस्य श्यामलां मातरम् 
।। वन्दे मातरम् ।। 

शुभ्र ज्योत्स्ना पुलकित यामिनीम् 
फुल्ल कुसुमित द्रुमदलशोभिनीम् 
सुहासिनीं सुमधुरभाषिणीम् 
सुखदां वरदां मातरम्
।। वन्दे मातरम् ।। 

 कोटि-कोटि कण्‍ठ कलकल निनाद कराले 
कोटि-कोटि भुजैर्धृत खरकरवाले 
अबला केनो मा एतो बले 
बहुबल धारिणीं नमामि तारिणीम् रिपुदलवारिणीं मातरम् 
।। वन्दे मातरम् ।।

तुमि विद्या तुमि धर्म
तुमि हृदि तुमि मर्म 
त्वं हि प्राणाः शरीरे 
बाहु ते तुमि माँ शक्ति 
हृदये तुमि माँ भक्ति 
तोमारइ प्रतिमा गडि मन्दिरे-मन्दिरे
।। वन्दे मातरम् ।। 

त्वं हि दुर्गा दशप्रहरणधारिणी 
कमला कमलदल विहारिणी 
वाणी विद्यादायिनी, नमामि त्वाम् 
नमामि कमलां अमलां अतुलाम् 
सुजलां सुफलां मातरम्
।। वन्दे मातरम् ।।

श्यामलां, सरलां, सुस्मितां, भूषिताम् 
धरणीं, भरणीं मातरम्
।। वन्दे मातरम् ।।


अवधेयम् - 

रचनाकार: :-
बंकिमचन्द्र चटर्जी  
महाकाव्‍यम् :- 
आनन्दमठ

रचनाकालम् :-
1882

प्रथमगानम् :-
1896

प्रथमगानस्‍थानम् :- 
भारतीयराष्ट्रीयकांग्रेस इत्‍यस्‍य अधिवेशने ।

राष्ट्रियगीतरूपेण संविधानसभया अंगीकरणम् :-  
24 जनवरी, 1950

राष्ट्रगीतस्‍य प्रथमगायक: :-
पंडित ओकारनाथ ठाकुर

राष्ट्रगीतस्‍य अांग्लानुवादक: :-
श्री अरबिन्दो

 
 
इति

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