वर्तमानकालस्य कानिचन् इतोपि महत्वपूर्णवाक्यानां निर्माणप्रक्रिया ।। प्रस्तुतकर्ता SANSKRITJAGAT को अक्तूबर 06, 2010 लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप अद्यतनीयस्य कृते एतावत् एव अलमस्ति । अग्रिम कक्ष्यायां भूतकाल विषये पठिष्याम: ।। भवदीय:-आनन्द टिप्पणियाँ प्रतुल वशिष्ठ9 अक्तूबर 2010 को 6:05 pm बजेपठामि संस्कृतं नित्यम, ददामि टिप्पणिम कदा. ध्यायामि संस्कृतं सम्यक, भयामि आनंदम गदा.जवाब देंहटाएंउत्तरजवाब देंप्रतुल वशिष्ठ9 अक्तूबर 2010 को 6:12 pm बजे.पढ़ता हूँ संस्कृत को हमेशा, देता हूँ टिप्पणी कभी-कभी. स्वाध्याय करता हूँ संस्कृत का भली-भाँति, भय खाता हूँ आनंद के अनुशासन की गदा से. .जवाब देंहटाएंउत्तरजवाब देंSANSKRITJAGAT11 अक्तूबर 2010 को 6:01 pm बजेहा हा हा हाकाव्य के माध्यम से खिंचाई भी बढियॉं करते हैं आप ।।धन्यवादजवाब देंहटाएंउत्तरजवाब देंटिप्पणी जोड़ेंज़्यादा लोड करें... एक टिप्पणी भेजें
पठामि संस्कृतं नित्यम, ददामि टिप्पणिम कदा.
जवाब देंहटाएंध्यायामि संस्कृतं सम्यक, भयामि आनंदम गदा.
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जवाब देंहटाएंपढ़ता हूँ संस्कृत को हमेशा,
देता हूँ टिप्पणी कभी-कभी.
स्वाध्याय करता हूँ संस्कृत का भली-भाँति,
भय खाता हूँ आनंद के अनुशासन की गदा से.
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हा हा हा हा
जवाब देंहटाएंकाव्य के माध्यम से खिंचाई भी बढियॉं करते हैं आप ।।
धन्यवाद