वर्तमान कालस्‍य कृतानां क्रियाणां वाक्‍यानां निर्माणप्रक्रिया ।।



जयतु संस्‍कृतम्

भवदीय: - आनन्‍द:



टिप्पणियाँ

  1. कुछ विषयांतर प्रश्न और बातें :
    आपके संस्कृत ब्लॉग पर शादी.कोम का विज्ञापन फ्लेश करने का कारण क्या यह है कि यहाँ से वर-वधु की चाहना करने वाले संस्कारित पात्र को पा सकेंगे?
    वर्तमान काल में यही एक माध्यम सहज रह गया है वर-वधु तलाशने का. सामाजिक गोत्र एवं बिरादरी में दुराव-छिपाव के कारण विश्वास प्रायः समाप्त होता जा रहा है. अब केवल रुचियों से व्यक्ति की पहचान की जा सकती है.

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  2. आनंद जी,

    दया करके विज्ञापनों को हटाइए, इससे पेज खुलने में अत्यधिक विलम्ब हो रहा है, और यह ब्लॉग संस्कृत और भारत भाषा के प्रचार के लिए है, विज्ञापनों के लिए नहीं !!!

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