स्वागत-गीतम्


(लय—मुरारी छोड़ भारत को कहाँ बंशी बजाते हो )

                 

         महामहनीय मेधाविन् , त्वदीयं स्वागतं कुर्मः।

         गुरो गीर्वाणभाषायाः , त्वदीयं स्वागतं कुर्मः।।

       

दिनं नो धन्यतममेतत् , इयं मङ्गलमयी वेला।

वयं यद् बालका एते , त्वदीयं स्वागतं कुर्मः।।

     

   न काचिद् भावना भक्तिः , न काचित् साधना शक्तिः।

परं श्रद्धा-कुसुमाञ्जलिभिः , त्वदीयं स्वागतं कुर्मः।।



किमधिकं ब्रूमहे श्रीमन् , निवेदनमेतदेवैकम् ।

ऩ बाला विस्मृतिं नेयाः , त्वदीयं स्वागतं कुर्मः।।

(श्रीवासुदेवद्विवेदी शास्त्री)

इति

टिप्पणियाँ

  1. I want this song मुरारी छोड़ भारत को कहाँ बंशी बजाते हो please anyone help me to find this song or send me this song if anyone have.

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  2. हमे पढ़ना है बहुत सुंदर पढ़ाया गया है

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  4. हमे पढ़ना है बहुत सुंदर पढ़ाया गया है हम जुड़ना चाहते हैं

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  5. बहुत सुंदर आप लोग बताए है

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  6. इस स्वागतगीत की लय - "लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जाएगा।" है

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