अर्थप्रकृति: प्रस्तुतकर्ता SANSKRITJAGAT को जनवरी 30, 2015 लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप बीजं बिन्दु: पताका च प्रकरी कार्यमेव च अर्थप्रकृतय: पंच ज्ञात्वा योज्या यथाविधि ।। ।।साहित्यदर्पण 6/64।। अर्थस्य (प्रयोजनस्य) सिद्धौ कारणभूततत्वानि अर्थप्रकृति इति कथ्यन्ते । एता: अर्थप्रकृतय: पंच सन्ति । बीज बिन्दु पताका प्रकरी कार्य सम्यकतया विज्ञाय एव एतेषां प्रयोग: करणीय: ।। इति टिप्पणियाँ
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