अभित: परित: .... - उपपद द्वितीया विभक्ति: प्रस्तुतकर्ता SANSKRITJAGAT को अप्रैल 05, 2015 लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप अभित: परित: समया निकषा हा प्रतियोगेSपि अभित:, परित:, समया, निकषा, हा, प्रति च शब्दानां योगे द्वितीया विभक्ति: भवति । उदाहरणम - अभित: कृष्णम् ।निकषा लंकाम् ।। इति टिप्पणियाँ Unknown26 जून 2017 को 3:47 pm बजेMughe uppad vibhakti ki table chahiyeजवाब देंहटाएंउत्तरजवाब देंUnknown23 सितंबर 2020 को 7:05 pm बजेSwadhayoge ka vibhakati जवाब देंहटाएंउत्तरजवाब देंटिप्पणी जोड़ेंज़्यादा लोड करें... एक टिप्पणी भेजें
Mughe uppad vibhakti ki table chahiye
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