सूत्रम् - तादर्थ्ये चतुर्थी वाच्या (वार्तिकम्)
प्रयोजनवशात् यदि किमपि कार्य क्रियते चेत् तस्मिन् प्रयोजने चतुर्थी विभक्ति: स्यात् ।
हिन्दी - यदि किसी प्रयोजन से कोई कार्य किया जाए तो उस प्रयोजन में चतुर्थी विभक्ति होती है ।
उदाहरणम् -
मुक्तये हरिं भजति ।
मुक्ति के लिये हरि को भजता है ।
धनाय प्रयतते ।
धन के लिये प्रयत्न करता है ।
मोदकाय रोदिति ।
लड्डू के लिये रोता है ।
आदि
इति
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