1- सनत्कुमार
2- नारसिंह
3- स्कन्द
4- शिवधर्म
5- आश्चर्य
6- नारदीय
7- कापिल
8- वामन
9- औशनस
10- ब्रह्माण्ड
11- वारुण
12- कालिका
13- माहेश्वर
14- साम्ब
15- सौर
16- पराशर
17- मारीच
18- भार्गव
एतेषामतिरिक्तमपि अष्टादशोपपुराणानां क्रम: प्राप्यते तत्तु पूर्वमेव प्रकाशितमत्रास्ति अत: तस्य पुनराख्यानस्यावश्यकता न दृष्यते ।
हिन्दी - उपयुक्त के अतिरिक्त अठारह उपपुराणों का एक अन्य क्रम भी प्राप्त होता है जो कि यहाँ पहले ही प्रकाशित किया जा चुका है । अत: उसकी पुनरुक्ति की आवश्यकता नहीं दिखाई देती है।
इति
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