तथापि पठ् व्याकरणम् ।। प्रस्तुतकर्ता SANSKRITJAGAT को फ़रवरी 17, 2014 लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप यद्यपि बहुनाधीषे तथापि पठ पुत्र व्याकरणम् । स्वजनः श्वजनः मा भूत् सकलः शकलः सकृत्छकृत् ।। स्वजन – सम्बन्धी श्वजन – कुत्ता सकल – सम्पूर्ण शकल – खण्ड सकृत् – एक बार शकृत् – विष्ठा इति टिप्पणियाँ Unknown16 जुलाई 2019 को 9:03 am बजेव्याकरणस्य प्रयोजनम अतीव समीचिनम्।जवाब देंहटाएंउत्तरजवाब देंटिप्पणी जोड़ेंज़्यादा लोड करें... एक टिप्पणी भेजें
व्याकरणस्य प्रयोजनम अतीव समीचिनम्।
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