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अदादिगणः - परस्मैपदी
हृ धातु (ले जाना‚ चुराना) – आत्मनेपदी ।
हृ धातु (ले जाना‚ चुराना) – परस्मैपदी ।
हस् धातु (हँसना) – परस्मैपदी
स्मृ धातु (स्मरण करना) – परस्मैपदी ।
स्था ⁄ तिष्ठ् धातु (ठहरना) – परस्मैपदी
सेव् (सेवा करना) – आत्मनेपदी
सह् (सहन करना) – आत्मनेपदी
श्रु – श्रृ (सुनना) – परस्मैपदी
श्रि (सहारा लेना) – आत्मनेपदी – उभयपदी ।
श्रि (सहारा लेना) – परस्मैपदी – उभयपदी
वृध् (बढ़ना) – आत्मनेपदी
वृत् (होना) आत्मनेपदी ।
वह् (ढोना) – आत्मनेपदी – उभयपदी
वह् (ढोना) – परस्मैपदी – उभयपदी
वस् (रहना‚ समय बितान‚ होना) – परस्मैपदी
वप् (बोना‚ कपड़ा बुनना) – आत्मनेपदी – उभयपदी
वप् (बोना‚ कपड़ा बुनना) परस्मैपदी – उभयपदी
वद् (बोलना‚ कहना) – परस्मैपदी
लभ् (पाना‚ प्राप्त करना) – आत्मनेपदी
रक्ष् (रक्षा करना) – परस्मैपदी
याच् (माँगना) – आत्मनेपदी – उभयपदी
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